How to start Mushroom Farming at Home in Hindi | घर पर मशरूम की खेती कैसे शुरू करें

आज के समय में लोग खेती के परंपरागत तरीकों से हटकर कुछ नया और लाभकारी करना चाहते हैं। इसी कड़ी में मशरूम की खेती एक शानदार विकल्प बनकर उभरी है। मशरूम ना केवल पोषक तत्वों से भरपूर होता है, बल्कि इसका बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है। खास बात यह है कि आप इसे बड़े खेत या फार्म की जगह अपने घर के किसी कोने में भी उगा सकते हैं। अगर आपके पास थोड़ी सी जगह, सही जानकारी और धैर्य है, तो आप घर बैठे मशरूम की खेती करके अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं।

मशरूम क्या होता है?

मशरूम एक प्रकार का कवक (Fungus) है जो नमी और अंधेरे वाली जगहों में उगता है। यह एक मांसल और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है जो विटामिन्स, प्रोटीन, फाइबर और मिनरल्स से भरपूर होता है। आमतौर पर भारत में तीन प्रमुख प्रकार के मशरूम की खेती की जाती है – बटन मशरूम, ऑयस्टर मशरूम और मिल्की मशरूम। इन तीनों में से ऑयस्टर मशरूम घर पर उगाने के लिए सबसे आसान और सस्ती मानी जाती है।

घर पर मशरूम की खेती के लिए ज़रूरी चीजें

मशरूम की खेती के लिए सबसे जरूरी है एक ऐसी जगह जहां पर सूरज की सीधी रोशनी न आती हो। इसके अलावा तापमान, नमी और हवा का नियंत्रण भी जरूरी होता है। आमतौर पर मशरूम 20 से 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर अच्छे से बढ़ता है और लगभग 70 से 90 प्रतिशत नमी की जरूरत होती है। आप मशरूम उगाने के लिए घर की खाली पड़ी किसी स्टोररूम, बेसमेंट या किसी भी बंद कमरे का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके अलावा आपको मशरूम स्पॉन (बीज), स्ट्रॉ (पुआल), पॉलीथिन बैग, छायादार जगह, स्प्रे बॉटल (नमी बनाए रखने के लिए) और समय-समय पर देखरेख के लिए समय की आवश्यकता होगी।

मशरूम स्पॉन और सब्सट्रेट क्या होता है?

स्पॉन दरअसल मशरूम के बीज की तरह होता है, जिससे मशरूम का विकास शुरू होता है। यह बीज खास प्रयोगशाला में तैयार किया जाता है और कई ऑनलाइन वेबसाइट या कृषि विज्ञान केंद्रों से खरीदा जा सकता है। वहीं सब्सट्रेट वह माध्यम होता है जिस पर मशरूम उगता है। आमतौर पर गेहूं या धान का सूखा पुआल, लकड़ी का बुरादा या कॉफी का वेस्ट उपयोग किया जाता है। सब्सट्रेट को पहले उबालकर या गर्म पानी में भिगोकर कीटाणुरहित किया जाता है, ताकि उसमें कोई फंगस या बैक्टीरिया न रहे।

मशरूम की खेती की प्रक्रिया

घर पर मशरूम उगाने की प्रक्रिया थोड़ी सी मेहनत और साफ-सफाई मांगती है, लेकिन एक बार समझ में आ जाए तो यह काफी आसान लगती है। सबसे पहले आपको पुआल या जिस भी माध्यम का चयन किया है, उसे अच्छी तरह से साफ करना होगा। अगर आप पुआल ले रहे हैं तो उसे 12–18 घंटे पानी में भिगोएं और फिर गर्म पानी से उबालें, जिससे सारे कीटाणु खत्म हो जाएं। फिर इसे छांव में सुखाकर हल्का नम रहने दें।

इसके बाद आपको प्लास्टिक बैग्स में इस पुआल को लेयर-बाय-लेयर भरना है। हर लेयर के बीच में थोड़ा-थोड़ा स्पॉन डालें, जिससे वह बराबर मात्रा में पूरे बैग में फैल जाए। फिर बैग को ऊपर से बांध दें और उसमें कुछ छेद कर दें ताकि हवा का संचार हो सके। अब इस बैग को एक अंधेरी, ठंडी और नमी वाली जगह पर 15 से 20 दिन के लिए रख दें।

इनक्यूबेशन और फ्रूटिंग का समय

इन 15–20 दिनों के दौरान बैग के अंदर माइसेलियम (मशरूम की जड़ जैसी संरचना) फैलने लगता है। आप देखेंगे कि पुआल धीरे-धीरे सफेद होने लगता है, इसका मतलब है कि मशरूम बढ़ रहा है। जब पूरा बैग सफेद हो जाए, तब उसे हल्की रोशनी वाली जगह में लाकर बैग को ऊपर से थोड़ा खोल दें। अब धीरे-धीरे मशरूम के छोटे-छोटे फूल निकलने लगते हैं, जिन्हें ‘फ्रूटिंग बॉडी’ कहा जाता है।

इस दौरान आपको दिन में 2 से 3 बार स्प्रे करके नमी बनाए रखनी होती है। तेज धूप या हवा से बचाना जरूरी है, नहीं तो मशरूम सूख सकते हैं। करीब 5 से 7 दिन में यह मशरूम काटने लायक हो जाते हैं।

मशरूम की कटाई और स्टोरेज

जब मशरूम की कैप्स (टोपी) पूरी तरह से खुल जाए और उसका रंग हल्का सा बदलने लगे, तब वह काटने के लिए तैयार होता है। मशरूम को हाथ से मरोड़कर आराम से निकाला जाता है। इसे छुरी से काटना भी एक तरीका है, लेकिन ध्यान रखें कि आसपास के बाकी मशरूम को नुकसान न पहुंचे। कटाई के बाद मशरूम को तुरंत इस्तेमाल करें या फ्रिज में रखकर 2 से 3 दिन तक स्टोर कर सकते हैं।

घर पर मशरूम बेचकर कमाई कैसे करें?

अगर आप इसे केवल शौक या घर के लिए उगा रहे हैं, तो कुछ किलो मशरूम ही काफी होंगे। लेकिन अगर आप इसे व्यवसाय के रूप में देख रहे हैं तो इसे लोकल मार्केट, सब्जी मंडी, होटलों, रेस्टोरेंट्स या किराना दुकानों में सप्लाई किया जा सकता है। इसके अलावा, आप पैकिंग करके ऑनलाइन भी बेच सकते हैं।

मशरूम की मांग शहरों में काफी तेजी से बढ़ रही है, खासकर उन जगहों पर जहां हेल्दी डाइट और फिटनेस पर जोर दिया जाता है। ऐसे में अगर आप रोजाना 5 से 10 किलो मशरूम उगा सकते हैं, तो ₹200–₹400 प्रति किलो के हिसाब से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।

मशरूम की खेती में आने वाली समस्याएं

मशरूम की खेती में सबसे बड़ी चुनौती है – नमी और तापमान का नियंत्रण। अगर नमी बहुत कम हो जाए तो मशरूम सूख जाता है और अगर बहुत ज्यादा हो जाए तो फंगस या अन्य बीमारी लग सकती है। इसके अलावा, बैग्स में अगर कीट या फफूंदी लग जाए तो पूरा बैच खराब हो सकता है। इसलिए हर बैच के बाद कमरे को अच्छी तरह साफ करना और बैग को स्टीराइल रखना जरूरी होता है।

शुरुआत में यह भी हो सकता है कि उत्पादन कम हो या मशरूम का आकार छोटा आए, लेकिन समय और अनुभव के साथ चीजें बेहतर होती जाती हैं।

मशरूम उगाने के लिए जरूरी सावधानियाँ

मशरूम के कमरे में किसी भी प्रकार का केमिकल स्प्रे या अगरबत्ती वगैरह न जलाएं। मशरूम एक बहुत संवेदनशील फसल है और हवा में मौजूद गंध या गैस भी उसे प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा, अगर आप स्पॉन या सब्सट्रेट किसी गलत या सस्ते स्रोत से लेते हैं, तो उसकी गुणवत्ता खराब हो सकती है और उसका असर सीधे उत्पादन पर पड़ता है।

हमेशा विश्वसनीय जगह से ही बीज खरीदें और शुरुआत में थोड़े बैच बनाकर ट्रायल करें। अगर सफल हो जाएं, तभी बड़े पैमाने पर जाएं। इसके साथ ही, समय-समय पर सरकारी कृषि विभाग या कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क में रहें। वहां पर निशुल्क ट्रेनिंग या सेमिनार होते हैं, जिनमें भाग लेकर आप अपनी जानकारी को और बेहतर बना सकते हैं।

मशरूम की खेती के लाभ

घर पर मशरूम की खेती एक बहुत ही सस्ता और फायदेमंद तरीका है। इसके लिए ना तो बड़ी ज़मीन की ज़रूरत होती है, ना ही भारी मशीनरी की। आप इसे घर के कोने में, टेरेस पर, स्टोररूम में या यहां तक कि पुराने अलमारी में भी उगा सकते हैं। शुरुआत में आप महीने में 5–6 हजार रुपये कमा सकते हैं और धीरे-धीरे बढ़कर 15–20 हजार रुपये तक भी जा सकते हैं।

मशरूम की खेती का एक और बड़ा लाभ है इसकी पौष्टिकता। यह शाकाहारियों के लिए प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है, और डायबिटीज, मोटापा, हाई बीपी जैसी बीमारियों में लाभकारी माना जाता है।

क्या महिलाएं या छात्र भी मशरूम की खेती कर सकते हैं?

बिलकुल कर सकते हैं! मशरूम की खेती में बहुत अधिक शारीरिक श्रम नहीं लगता और इसे घर के अंदर आराम से किया जा सकता है। यही वजह है कि बहुत सी महिलाएं, स्टूडेंट्स और बुजुर्ग भी इसे एक छोटा व्यवसाय बनाकर आत्मनिर्भर बन चुके हैं। सरकार भी महिलाओं को स्वरोजगार देने के लिए मशरूम खेती की ट्रेनिंग और सब्सिडी दे रही है।

आप अगर स्टूडेंट हैं तो छुट्टियों में इसे सीखकर एक नया स्किल हासिल कर सकते हैं और कॉलेज के साथ-साथ थोड़ा जेब खर्च भी कमा सकते हैं।

निष्कर्ष

अगर आप भी कोई ऐसा काम करना चाहते हैं जिसमें कम खर्च हो, घर से हो सके और अच्छा मुनाफा मिले – तो मशरूम की खेती आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है। इसके लिए बस आपको थोड़ा सा धैर्य, साफ-सफाई और सही जानकारी की जरूरत है। एक बार जब आप इसे समझ लेते हैं, तो आप न केवल अपने लिए बल्कि दूसरों को भी रोजगार दे सकते हैं।

मशरूम की खेती वह राह है जो शौक को पेशा बना सकती है। अगर आप इसे गंभीरता से लें और सीखने का जज़्बा रखें, तो घर की चारदीवारी में भी एक शानदार व्यवसाय खड़ा किया जा सकता है।